Tuesday 13 May 2014

ग्रामीण विकास सुधार अभियान

भारतीय समाज में शक्ति, संम्पन्नता और संस्कृति पुनः आम बहाल हो ।शिक्षा व्यवस्था आंतरिक विकास और उन्नति का माध्यम बनें। समाज को अन्धेरे, मायूसी और गरीबी के विष चक्र से मुक्ति मिलें। किसान संघर्षशील बन पूर्ण उन्नत तकनीकी ज्ञान आधारित खेती अपनायें।हम गरीबों की सुने, गरीबों के लिये जिये और आपसी विश्वास तथा कठोर परिश्रम द्वारा भरोसे की सभ्यता अपनाते हुए देश को विश्व में प्रथम स्थान दिलायें देश को लुटने से बचाऔं ।जय हिन्द!
सरकार नये राजस्थान के संकल्प के साथ सहभागिता, सहमति, जवाबदेही, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व, प्रभावी दक्षता, और न्याय संगत प्रशासन, जन-जन के विकास और आधुनिक उन्नति के आधार पर कार्य करेंगी जिससे हमारा सूराज का सपना सम्पूर्ण प्रदेश वासियों के सर्वांगीण विकास के साथ बेहतर कानून व्यवस्था प्रदान करते हुए अवश्य पूर्ण होगा। ईश्वर से कामना है कि प्रत्येक प्रदेशवासी अपने अमूल्य जीवन को सफल बनाने में कामयाब हो। जयराजस्थान! जय हिन्द!

ग्रामीण विकास सुधार अभियान

अभियान के चार बुनियादी चरण पर विशेष अभियान
सौजन्य से : अरावली जल एवं पर्यावरण सेवा संस्थान
पानी बचाओं! पर्यावरण बचाओं! पेड लगाओ! शिक्षा रोजगार कृषि को उन्नत बनाओं! आमदनी बढ़ाओं!

  • पहला चरण - ग्रामीण शिक्षा सुधार अभियान।

  1. शिक्षा / स्कूल वातावरण सुधार
  2. गृह वातावरण सुधार( शैचालय, स्नानघर, हरे पेड़) 
  3. आर्दश प्रतिभाशाली पारिवारिक स्तर
  4. कार्य कुशल लाभान्वित रोजगार 
  5. सड़क यातायात साधन की उपलब्धता 

  • दूसरा चरण - स्वयं किसान द्वारा कृषि सुधार अभियान।

  1. भूमि उपजाऊ बनाना 
  2. उन्नत प्रमाणित बीज-खाद, दवाई का उपयोग 
  3. स्वथ्य पशुधन की बढ़ोतरी 
  4. गोबर गैस संयत्र निर्माण
  5. प्रदूषण नियंत्रण। 

  • तीसरा चरण - ग्रामीण शासकीय कृषि सुविधाओं का सुधार अभियान।

  1. पर्याप्त पानी 
  2. बिजली 
  3. सिचांई साधन 
  4. फार्म मशीनरी 
  5. मार्केटिंग सुविधा 

  • चौथा चरण - ग्रामीण परिवारों द्वारा सामाजिक दोषमुक्ति अभियान।

  1. रोकथाम बालविवाह वह देहज 
  2. मृतक भोज 
  3. मदीरा पानवपानमसाला, गुटखा, चरस 
  4. कर्ज भारनियंत्रण 
  5. महिला पिछडापन दूर करना और जनसंख्या विस्फोट नियत्रंण ।

आबादी का बढ़ता बोझ! साधन घटते जाते रोज!बच्चे-महिला-युवा-वृद्ध सब मिल ग्रामीण विकास सुधार की करों सोच।

आत्मीय चित्तौड़ जिला ग्रामीण भाई बहनों! जय एकलिंगनाथकी! जयमातेश्वरीकी! जय सावंलिया की! सादर प्रणाम!
विश्व प्रसिद्ध चित्तौड़गढ़ जिले के निवासी होने से हम सब बडे गौरवशाली हैं। ग्रामवासी भाई बहन सरल स्वभाव के वीर पृष्टभुमी, ईमानदार किसान, मजदूर, व्यापारी, सेवाकर्मी सब स्वाभिमान पूर्वक अपना प्राकृतिक जीवन व्यतित करते आये है।आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कई कारण है।अच्छी शिक्षावरोजगार की कमी, अपर्याप्त कृषि साधन, उचित कृषि तकनीकी एवं तौर तरीके का कमजोर प्रचलनगांवो में रोजगार की कमी और अंधविश्वास व रूढ़ीवादी सोच विचारधार के चलते कई पारिवारिक तथा सामाजिक कुरीतियों का प्रचलन आदि।इन सब कमजोरियों को दूर कर एक होकर आगे बढ़ने और वास्तविक मजबूत आर्थिक सुधार लाने से ही गांवो की दिशा और दशा बदलेगी।
"सोच को सुधारिये सितारे बदल जायेंगे, नजरिये को सुधारियेनजारे बदल जायेंगे।
भाईयों तुम्हें जरूरत नहीं किश्ती को बदलने की, किश्ती के रूख को बदलों किनारे बदल जायेंगे।''
कृपया आईयें! विकास के पिछले 60-70 वर्षों का ढर्रा बदलकर जाति-धर्म, गरीब-अमीर और गांव-शहर के भेद भाव तथा सभी कुरूतियों को दूर ढकेलकर सही दिशा में हम सब मिलकर तेजी से ग्रामीण विकास का सुधार करें। प्रचलित एवं नई आने वाली राजकीय योजनाओं को सफल बनावें। शासन, प्रशासन, सभी जनप्रतिनिधियों और आपसी जन-जन के सम्मान के साथ सौहार्दपूर्वक सहयोग की अपेक्षा करते हुए उपरोक्त चार चरणों पर ध्यान केन्द्रित कर सच्चे विकास सुधार की तरफ तेजी से कदम बढ़ायें। धन्यवाद!

भूत का अंधविश्वास मिटाओं! वर्तमान की सच्चाई अपनाओं!
व्यक्तिगत स्तर से हर गांव-शहर तथा प्रदेश व देश का भविष्य उज्जवल बनाओं