Monday 25 January 2010

चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ क्षेत्र के नहरी किसान वर्ग के उत्थान

नहरी जल बिरादरी ईमानदारी से अपनाओ-जल उपयोक्ता संगम में भागीदारी बढ़ाओ।
प्यारे किसान भाईयों पढ़े ! नहरी जल उपयोक्ता संगम के बारे में सोचें!
सामूहिक ताकत को समझे ! कृषि-सिंचाई प्रयासों को सफल बनावें !
चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ क्षेत्र के नहरी किसान वर्ग के उत्थान संबंधित सवाल-जवाब
यह बातें किसान वर्ग के व्यवहार व कृषि-सिंचाई से सम्बंधित हैं ।
कृपया प्रत्येक कथन को आप किसान भाई सोचें कि सही है या नहीं।

  1. मैं आदर्श किसान आधुनिक खेती उत्साहपूर्ण ढंग से करना चाहता हूँ , व आमदनी बढ़ाना चाहता हूँ। नहरी जल उपयोक्ता संगम के साथ जुड़ कर सहयोग करेगा तो मेरा उत्थान सम्भव है।
  2.  नहरी व कृषि बोरवेल्स द्वारा सिंचाई कर अच्छी खेती से आमदनी बढ़ेगी जिससे परिवार का रहन सहन अच्छा बनेगा। 
  3. अच्छे रहन सहन से बच्चे श्रेष्ठ शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे व परिवार का सही दिशा में विकास होगा। 
  4. अच्छे रहन सहन से घर-परिवार, रिश्तेदार व समाज में इज्जत बढ़ती है। 
  5. अच्छे रहन सहन से जीवन में खुशहाली बढ़ती है और मानव धर्म पनपता है।
  6. मनुष्य सामाजिक प्राणी है, उसे समाज की भलाई के दिल लगाकर ईच्छापूर्वक कार्य करना चाहिए। 
  7. समाज के अलावा गांव-देश की भलाई के लिए भी कार्य करना एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य है।
  8. आज की आधुनिक खेती अकेले की बस में नहीं इसलिए समूह में रह मेल-मिलाप से सभी कृषि कार्य करना जरुरी है।
  9. अकेले खेती करने के बजाय कृषक सिंचाई जल उपयोक्ता संगम में रहकर कार्य करना बड़ा लाभदायक है। 
  10. नहरी इलाके में जल उपयोक्ता संगम के साथ सहयोग कर किसानो को वैज्ञानिक सिंचाई व खेती करना चाहिए। 
  11. सिंचाई विभाग ने बांध-नहरें किसानों के फायदे के लिए बनाई है और सिंचाई जल उपयोक्ता संगम भी बनाये है।
  12. बांध-नहरें बनाने में सिंचाई विभाग द्वारा किसानों के लाभ के लिए जनता के लाखों-करोड़ो रुपये खर्च हुए हैं। 
  13. इस भारी खर्च को पूरा करने के लिए नहीं किसानों को विशेषकर व्यापारिक उन्नत खेती करना आवश्यक है। 
  14. नहरी व्यवस्था और नहरों के पानी को किसानो द्वारा अच्छी तरह सम्भाल कर सही उपयोग करना परम आवश्यक है।
  15. नहरी पानी की एक-एक बूंद का खेती में सही प्रयोग करे व किसान गडार खड्डे नदी नालों में नहरी पानी खराब न करें
  16. जल बचत और अच्छी उत्तम खेती तभी सम्भव है जब सभी किसान जल उपयोक्ता संगम में रह कर कार्य करें। 
  17. यह सोचकर जल उपभोक्ता संगम जो नहरों पर बनाये गये है उन्हें सफल बनाना किसान जिम्मेदारी है।
  18. जल उपयोक्ता संगम सिंचाई विभाग द्वारा बनाया गया किसानो संगम का एक सर्वश्रेष्ठ अच्छा सामुदायिक प्लेटफार्म है। 
  19. जल उपयोक्ता संगम को नियम बध चलाने व पनपाने से किसानों को कई प्रकार के लाभ हैं
  20. पहला लाभ - सिंचाई विभाग द्वारा किसाने को नहरी व्यवस्था में भागीदारी का अधिकार देना।
  21. दूसरा लाभ - किसानों द्वारा नहरों को अपनी समझकर उसकी देखभाल अच्छी करना। 
  22. तीसरा लाभ-  नहरों की अच्छी देखभाल से सिंचाई के लिए पानी ठीक मिलना।
  23. चौथा लाभ - ठीक नहरी जल व्यवस्था से किसानों के कुए-बोरवेल्स का जल स्तर ठीक रहना।
  24. पांचवा लाभ - नहरी कमान क्षेत्र का सामूहिक प्रयास जल पर्यावरण संसाधन का सुधार होना। 
  25. छठा लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से असली उत्तम बीज, खाद, दवाई का प्रबन्ध होना। 
  26. सातवां लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से सही उन्नत सिंचाई व कृषि विकास का पनपाना।
  27. आठवा लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से उचित फसल चयन सिंचाई व कृषि विकास।
  28. नौवा लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से उच्च फसल उत्पादन एवं सही मार्केटिंग ताकि अधिकतम आमदनी हो। 
  29. दसवां लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से खेती के साथ उचित बागवानी का विकास।
  30. ग्यारवां लाभ - किसानो के सामूहिक प्रयास से पशुपालन का भी विकास। 
  31. बाहरवां लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से कृषि-उद्योग का विकास। 
  32. तैरहवां लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से सरकार की सभी योजनाओं का फायदा उठाना।
  33. चौदहवां लाभ - किसानों के सामूहिक प्रयास से कलह-कलेश समाप्त व आपसी भाईचारा प्रेम। 
  34. पन्द्रवां व अन्य सर्वोत्तम लाभ- किसानो द्वारा कृषि निर्यात सम्भव, उच्च आमदनी, गरीबी उन्मूलन, समृद्धि व कृषक शक्ति की पूर्ण सम्भावना का उदय, सराहनीय ग्रामीण विकास सम्भव, और ग्रामीण खुशहाल जीवन व हमारे भारत के शहर, राज्य, देश के विश्वव्यापी उत्थान की पूर्ण सम्भावना।
  35. मुझे किसान का आदर्श है- “जल उपयोक्ता संगम” को पूर्ण कामयाब बनाना है

नहरी जल उपभोक्ता संगम है निन्यता किसान का सहारा
उत्साहपूर्ण सिंचाई भागीदारी व सामूहिक खेती ने बुनाई आदर्श जीवनधारा
-:सौजन्य से:-
सिंचाई विभाग, अरावली जल एवं पर्यावरण सेवा संस्थान और विश्व बैंक द्वारा सहायतार्थ "राजस्थान जल क्षेत्र पुनः संरचना परियोजना" के अन्तर्गत चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ नहरी क्षेत्र के सभी 31 जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्षगण
सिंचाई जल संसाधन विभाग, चित्तौड़गढ़
अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई खण्ड-1 अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई खण्ड-2
श्री अमृतलाल जैन श्री जगदीश चौधरी
फोन 01472-241035 (आ.) फोन 01472-241069 (आ)
विश्व बैंक परियोजना के अन्तर्गत जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्षों की सूची ओराई बांध

हार्दिक शुभेच्छु
अरावली जल एवं पर्यावरण सेवा संस्थान
| फोन 01472-235710
चित्तौड़ीखेड़ा, पोस्ट गढ़पाछली नेतावल, जिला चित्तौड़गढ़-312001
सचिव कुंवर राजेन्द्रसिंह कृषि सामाजिक कार्यकर्ता मो. 9829240743
अध्यक्ष, । डॉक्टर भगवतसिंह तंवर (तोमर) पूर्व चीफ इंजीनियर एवं जल पर्यावरणविद
मो. 9413315843, 9996490889
सदुपयोग न हो तो धन व्यर्थी, विनम्रता न हो तो विद्या व्यर्थ । परोपकार न हो तो इनसान व्यर्थ, जल न हो तो जीवन व्यर्थ ।।