Sunday 15 April 2018

जनसंख्या नियंत्रण अभियान

सामाजिक अभियान-4

जनसंख्या विस्फोट ने आम आदमी की जिंदगी कष्टदायक बना दी जो भ्रष्टाचार का कारण भी बनी हैं।

(जनसंख्या नियंत्रण अभियान)

"भारत की जनसंख्या क्या बढ़ी बेदर्दी जिंदगी इंसान की हो गई
रो-रो कर आराम को तरसे करोड़ों की शांति नींद में खो गई"

बढी जनसंख्या ने अपराधियों के तोड़ दिए सारे रिकार्ड,
धर्म व जाति के ठेकेदारों के सियासत में चल गए भयानक कार्ड

"जनसंख्या नियंत्रण कानून लाओ, भारत के लोगो की जिन्दगी बचाओं।"


भारत महान के प्रिय बंधुओं व राष्ट्र भक्तों, हार्दिक अभिनंदन ।

  • आप हम सभी क्या बड़ी परेशानी में यह महसूस नहीं कर रहे हैं कि जनसंख्या की अत्यधिक बढ़त ने अपने देश का प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ने के साथ ही गांवों और शहरों का वातावरण बड़ा गंदा बना दिया है। नई पीढ़ी ने बेरोजगारी, महंगाई तथा शारीरिक पीड़ा के साथ ही मानसिक बेचैनी की वजह से देश की श्रेष्ठ संस्कृति, नैतिकता व आम शिष्टाचार के स्तर को तलाक देने के लिए मजबूर हो गई है।

  • अतः सबसे पहली प्राथमिकता हमारी जनसंख्या नियंत्रण की बन गई है। जाति और धर्म के ठेकेदारों ने देश की आजादी के पश्चात हमारे लचीले लोकतंत्र व संविधान में आजादी के मूल अधिकारों का गलत फायदा उठाते हुए "जनसंख्या विस्फोट" की भयानक स्थिति को पैदा करने में "आग में तेल डालने" का काम किया है। जिससे हम 35 करोड़ से 134 करोड़ चार गुना हो गए है। दुनिया के विकसित देशों की स्थिति हमारे से बिल्कुल विपरीत है। अमेरिका का क्षेत्र भारत के क्षेत्र का दोगुने से भी अधिक है, लेकिन आबादी एक-चौथाई( 25 प्रतिशत) है। यूरोप के देशों की आबादी का अनुपात काफी कम है, क्योंकि वह आबादी बढ़ाने में बिल्कुल विश्वास नहीं करते है। चीन की आबादी बेशुमार थी। उसे काबू कर आज चीन विश्व में अपना पहला स्थान बनाने के लिए तत्पर है।अब विश्व में सभी विकसित देशो में जीरो आबादी बढ़त का सिद्धांत''अपनाया जा रहा है। 
  • हम अब क्या करें: हम किसी भी जाति व धर्म के हो पर दिल से “हम दो-हमारे दो' का सिद्धांत तुरन्त अपनाते हुए हर क्षेत्र में जिम्मेदारीपूर्वक बड़ी मेहनत से ड्यूटी निभाऐ। भ्रष्टाचार पर भी नियंत्रण करें। 
  • जनप्रतिनिधि क्या करे: दुषित राजनीति का खेल खेलना बंद करे। संसद, विधानसभा व ग्राम पंचायतों को राजनीति का अखाड़ा बनाने की कोशिश ना करें। लोकतंत्र को सुधारने का प्रयास करे। 
  • सरकार क्या करें: जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाऐ और कठोरता से लागू करे।राजनीतिक पार्टियां चुनाव आयोग में 1400 से भी अधिक रजिस्टर्ड है। कानून बना केवल दो या तीन पार्टियां ही अस्तित्व में रखी जाऐ। जैसाकि दूसरे विकसित लोकतांत्रिक देशों में है। प्रत्येक जाति और वर्ग को राष्ट्र और सर्वसमाज के हित में अपने सम्मानीय रूढीवादी पर्सनल विचारधाराओ में आवश्यक नया बदलाव लाना चाहिए।

धर्म का न करो झूठा प्रचार व दिखावा, धर्म व जाति के आड़ में जनसंख्या मत बढ़ाओ

जीना है अच्छे इंसान की जिंदगी तो, भाईचारा बनाओ और लोकतंत्र का मजाक मत उडाओ

धर्म-कर्म चाहे जो हो अब जनसंख्या की बढ़ते पर रोक लगा, इंसानियत की जिंदगी जीनी होगी

ना कटे पेड़ना पानी का हो दुरुपयोग रख जमीन उपजाऊ, प्रकृति के पर्यावरण की सुरक्षा करनी होगी


आबादी बढ़ी है बढाओ न इसे
  खालिस दिल में है तो निकालो इसे।
 वतन सबका है बचालो इसे।