Saturday 27 May 2017

वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप जयंती (2017)


सामाजिक बुराईयें दूर हटाओ अभियान


माई ऐहड़ो पूत जण, जेहड़ो राणा प्रताप।
अकबर सूतो उछके, जाण सिराणे सांप।।


वीर प्रताप जैसे हो आदर्श विचार,कर्म, स्वाभिमान और स्वतंत्रता की हो गहरी भावना।
हे प्रभु! दो शक्ति, धैर्य, मर्यादा, साहस और त्याग प्रताप सा, करु सदा यही साधना।।

गौरव स्वाभिमान सम्मान साहस और त्याग की भावना से स्वतंत्रता की रक्षा करना प्रत्येक वीर हिन्दुस्तानी का फर्ज है।

आदरणीय चित्तौड़ के वर्तमान वीर और वीरांगनाओं व देशवासियो,

                                               श्री प्रताप जयंती पर हार्दिक अभिनदंन !


राष्ट्र प्रेम सम्मान और रक्षा हेतु मर मिटना ही सबसे बड़ा धर्म,कत्र्तव्य तथा गौरव, त्याग एवं बलिदान कहलाता है। आजादी के बाद 70 वर्षो में हमारा यह महान राष्ट्र हिन्दुस्तान हमारी अज्ञानता व कुछ गलतियों एवं मुठ्ठीभर लोगों के कुकर्मो से कई बुराईयों का शिकार हो गया है, जबकि पड़ोसी देश चीन कई मामलों में आगे बढ़कर हमें आँखे दिखाने का दुस्साहस कर रहा है। आज वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप जयंती के सर्वोत्तम पवित्र अवसर पर इनके बतायें मार्ग, इच्छानुसार व आर्शीवाद से संकल्प ले कि निम्न प्रमुख बुराईयों से देश को मुक्ति  कर शक्तिशाली बनायें।




1. भ्रष्टाचार:- यह विकास के प्रत्येक क्षेत्र में घोर बाधा बनकर खड़ा है। इसे मिटायें।
2. आतंकवाद:- यह बाहर से देश को तोड़ने की चुनौती दे रहा है। इसे मिटाने में प्रत्येक देशवासी सहयोग करें।
3. नक्सलवाद:- यह अंदर से देश को तोड़ने की चुनौती दे रहा है। इसे मिटाने में प्रत्येक देशवासी सहयोग करें।
4. धार्मिक दंगे:- कुछ धर्म के ठेकेदारों तथा असामाजिक व गलत राजनीतिक तत्व के बहकावे में नही आवें।
5. सामाजिक दंगे:- जाति भेदभाव करने वाले दंगेकत्र्ताओं के बहकावें में नहीं आवें।
6. राजनीतिक दंगे:- गलत राजनीतिक विरोधाभास पनपाने वाले दंगेकत्र्ताओं के बहकावें में नहीं आवें।
7. अवांछनीय धरने रैलिया:- ये देश के विकास में बाधक है। इनसे बचें- बचावें।
8. राष्ट्रीय सम्पत्ति की तोड़फोड़:- धरने व दंगे फसाद के दोरान उग्र होकर राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान नहीं पहुचावें।
9. नारी उत्पीड़न:- नारी समाज का अपमान सबसे बड़ी मूर्खता है। सच्चे इसंान बनकर रहें।
10. बाल विवाह:- यह प्रकृति तथा पवित्र मानवता के खिलाफ निंदनीय कृत्य है। ऐसा नहीं करें।
11. तलाक:- तलाक या तीन तलाक देना अमानवीय व्यवहार कहलाता है। स्नेह प्रेम से जीवन जीयें।
12. बलात्कार:- मानव के लिए इससे बड़ा कोई अपराध नहीं है। जेल नहीं अपराधी को फांसी दी जायें।
13. अशिक्षा व अज्ञानता:- देश के प्रत्येक नागरिक को पर्याप्त शिक्षित व ज्ञानी होना जरूरी है।
14. गरीबी:- शिक्षा, ज्ञान व कठोर परिश्रम के सहारे गरीबी मिटाकर जीवन सफल बनावें।
15. व्यक्ति गत दोष:- आलस्य,क्रोध, नशा, बुरा व्यवहार, गाली- गलोच, झगड़ा- फसाद, मारपीट, परस्पर ईष्र्या, दुश्मनी बेईमानी, फर्जीवाड़ा, मिलावट, सट्टेबाजी, कालाधन, चालबाजी, धोखाधड़ी, झूठ, चोरी-सीनाजोरी, चिटींग, लूटमार आदि बुराईयों  का त्याग करें। अच्छें इंसान तथा देश के अच्छे नागरिक बनकर मानव, वरिष्ठ जन व देश सेवा में आगे आकर धरती माता को स्वर्ग बनावें।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हिन्दुस्तान को विश्व में महान शक्ति शाली राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है।   पूरे तन-मन से सहयोग करें।
                                                          भारत माता की जय !

अरावली जल एवं पर्यावरण सेवा संस्थान चित्तौड़ीखेड़ा, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)

 
डाॅ. भगवत सिंह तंवर (तोमर)
पूर्व चीफ इंजीनियर व संस्थान अध्यक्ष
तथा संरक्षक वरिष्ठ नागरिक मंच, चित्तौड़गढ़
+91 9413315843 +91 9413248248  +91 9460490043 (Whats App)
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वच्छता रख मानवीय मर्यादा और भाईचारा बढ़ाएंे।




श्रीमती देवेन्द्रा कंवर

समाज उत्थान कार्यकर्ता
01472 . 297025